कांकेर से मुम्बई रवाना हुआ आदिवासी युवाओं का दूसरा जत्था, BSF आयोजित कर रही युवा आदान-प्रदान यात्रा

कांकेर से मुम्बई रवाना हुआ आदिवासी युवाओं का दूसरा जत्था, BSF आयोजित कर रही युवा आदान-प्रदान यात्रा

भिलाई। 17 वाँ आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत दिनांक 24 अक्टूबर 2025 को जिला कांकेर, छत्तीसगढ़ के अति दुर्गम एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से 20 आदिवासी युवा लड़के एवं लड़कियों के दूसरे जत्थे को नागपुर रेलवे स्टेशन से मुम्बई (महाराष्ट्र) के लिए रवाना किया गया। यह जत्था मुम्बई (महाराष्ट्र) में भारत के विभिन्न राज्यों के अन्य आदिवासी युवाओं से मिलकर अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू होगा।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत आदिवासी युवक एवं युवतियों को अन्य राज्यों से भाग लेने वाले युवक-युवतियों के बीच मेल-मिलाप का अवसर मिलेगा, जिससे वे एक-दूसरे के खान-पान, रहन-सहन, सांस्कृतिक गतिविधियाँ एवं वेषभूषा से रूबरू होंगे। इस कार्यक्रम में अन्य राज्यों के स्थानीय लोक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी जायेगी। साथ ही मुम्बई (महाराष्ट्र) के प्रसिद्ध, दर्शनीय एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा। 

यह 17 वाँ आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। प्रत्येक आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम की अवधि 07 दिन है। छत्तीसगढ के कांकेर और नारायणपुर जिले में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बी०एस०एफ) के नक्सल प्रभावित इलाके से इस वर्ष कुल 25 भ्रमण कार्यक्रमों के अतंर्गत 18 से 22 वर्ष आयु वर्ग के 650 चयनित युवा भाग ले रहे है। इस आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियों में संवैधानिक अधिकारियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संवाद सत्र, पैनल चर्चा, व्याख्यान सत्र, भाषण प्रतियोगिता, कैरियर संबंधी मार्गदर्शन, आदी के बारे में जानना शामिल है। इसके अलावा प्रतिभागी मुम्बई (महाराष्ट्र) के उद्योगो एवं सुरक्षा बलों के कैम्पो का भी भ्रमण करेंगे।