छात्रों को विविध कला के प्रति जागरूक करने प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

भिलाई। गीत वितान कला केंद्र के तत्वावधान में आज से नि:शुल्क छः दिवसीय ग्रीष्मकालीन कला प्रशिक्षण शिविर का भव्य शुभारंभ बी.एस.पी. अंग्रेजी माध्यमिक शाला, रूआबांधा सेक्टर, भिलाई में प्रातः 9:00 बजे हुआ। इस शिविर का उद्देश्य बच्चों की कलात्मक प्रतिभा को निखारना तथा उन्हें एक उपयुक्त मंच प्रदान करना है। इसकी जानकारी आयोजन प्रमुख मिथुन दास एवं समन्वयक मनोज ठाकरे द्वारा दी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष श्रीमती रजनी सिन्हा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। लोकसंगीत विभाग की अध्यक्ष श्रीमती रजनी रजक ने आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रूआबांधा क्षेत्र की पार्षद श्रीमती शिला नरखरे ने कहा, "छात्रों को नि:शुल्क कला प्रशिक्षण उपलब्ध कराना गीत वितान की एक सराहनीय पहल है। अन्य अशासकीय संस्थाओं को भी इस दिशा में आगे आना चाहिए।"शाला के प्रधानाचार्य विमल टिंगूरिया ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए गीत वितान कला केंद्र के प्रयासों की प्रशंसा की।
शिविर के प्रथम दिवस पर शास्त्रीय गायन, ड्राइंग एवं पेंटिंग की बारीकियों के साथ की-बोर्ड वादन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। कुल 112 विद्यार्थियों ने शिविर के लिए पंजीयन कराया, जिनकी आयु 5 वर्ष से 17 वर्ष के मध्य है। उल्लेखनीय है कि प्रतिभागियों में बी.एस.पी. कर्मचारियों के बच्चों के साथ-साथ रूआबांधा क्षेत्र की झुग्गी बस्तियों के बच्चे भी सम्मिलित हुए। प्रशिक्षण प्रदान करने वाले प्रमुख प्रशिक्षकों में चंद्रा बेनर्जी, जयश्री मजूमदार, शरबानी गोस्वामी, सौरभ चक्रवर्ती, परिमल मंडल, शौर्य पाटिल, आकांशी गुप्ता शामिल रहे।
वाद्य सहायक के रूप में हर्ष सोनटेके एवं डेनिल कोसरिया की उपस्थिति रही। आयोजन को सफल बनाने में सोमा घोष, प्रदीप कुमार मित्रा, संगीता लाहिड़ी, अल्पना शर्मा, प्रेमचंद साहू, शीबेन हालदार, संतोष जाटव, रजनी सोनी, दिनेश सिन्हा, राजेंद्र रजक एवं अंश सिंह का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे नृत्यमणि मिथुन दास ने प्रस्तुत किया।