नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में इस कॉन्स्टेबल के खिलाफ अपराध दर्ज

नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में इस कॉन्स्टेबल के खिलाफ अपराध दर्ज

भिलाई। छावनी पुलिस ने बेमेतरा में पदस्थ कॉन्स्टेबल विवेक पोद्दार के खिलाफ नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में अपराध दर्ज किया है। पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि साल 2021 में विवेक उसके घर आया था। उसके मां और भाई काम पर गए थे। इस दौरान आरोपी घर में घुस आया। नाबालिग ने शोर मचाने की कोशिश की तो आरोपी ने उसके सारे कपड़े फाड़ दिए। मुंह बंद किया, उसे मारा-पिटा और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी देकर चला गया। छावनी  पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए बेमेतरा टीम भी भेजी है, लेकिन वो फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

घटना की जानकारी पीड़िता ने अपनी मां और भाई को बताई, लेकिन उन्होंने उस पर भरोसा नहीं किया। दरअसल, सिपाही से लड़की का परिवार परिचित था। इसके बाद आरोपी का मनोबल और बढ़ गया। जब भी घर पर परिजन नहीं होते, कॉन्स्टेबल घर में घुस जाता और नाबालिग से जबरदस्ती करता। पुलिस ने 2 जून को विवेक पोद्दार के खिलाफ नाबालिग से रेप के मामले में पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। छावनी पुलिस के मुताबिक विवेक पोद्दार छत्तीसगढ़ पुलिस में सिपाही के पद पर पदस्थ है। छावनी थाना अंतर्गत वार्ड 31 सुंदर नगर कैंप 1 चर्च के पास भिलाई में रहता है। वहीं वर्तमान में पीड़िता की उम्र 21 साल है, लेकिन जिस समय दुष्कर्म हुआ था उस समय वह नाबालिग थी। उसने थाने में लिखित शिकायत दी है कि विवेक पोद्दार अपने पद और पहुंच का रौब दिखाकर साल 2021 से 2022 तक उसके साथ जबरदस्ती कई बार शारीरिक संबंध बनाए हैं।

पहले भी हो चुका है सस्पेंड

विवेक पोद्दार साल 2024 में दुर्ग जिले में पदस्थ था। छावनी थाने में रहते हुए उसने महादेव सट्टा के आरोपी और गैंगेस्टर दीपक नेपाली से दोस्ती बढ़ाई और संरक्षण दिया। इस दौरान उसने दूसरे थाने में रहते हुए बिना उच्चाधिकारी और थाना प्रभारी को सूचना दिए छावनी थाने में खड़ी दीपक नेपाली के विरोधी की कार में गांजा रखा और पिस्टल रखा। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर छावनी थाने ले गया। वहां जब टीआई ने उसे पूछा कि गिरफ्तारी से पहले उसने थाने या किसी उच्चाधिकारी को सूचित क्यों नहीं किया तो जवाब नहीं दे सका। इसके बाद पुलिस की जांच में पाया गया कि उसने दीपक नेपाली के दुश्मन को फंसाने के लिए ऐसा किया था। इसके बाद एसपी जितेंद्र शुक्ला ने उसे सस्पेंड कर दिया था।