भिलाई इस्पात संयंत्र के कई आवास जर्जर, कभी हो सकता है बड़ा हादसा, फिर भी लोग रह रहे हैं

जर्जर मकानों को हटाने के लिए निगम देगा पत्र, आयुक्त ने किया सर्वे

भिलाई इस्पात संयंत्र के कई आवास जर्जर, कभी हो सकता है बड़ा हादसा, फिर भी लोग रह रहे हैं

भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट क्षेत्र के सेक्टर 6 सेक्टर 7 आदि स्थानों पर जहां पर पुराने जर्जर मकान है वह खतरे का संकेत दे रहे हैं। आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय  नियमित भ्रमण के दौरान जोन क्रमांक 5 के  आयुक्त कुलदीप गुप्ता के साथ में दौरा कर रहे थे।  देखने में आया कि  भिलाई स्टील प्लांट द्वारा लगभग सभी तीन मंजिला के  मकान पर लिख दिया गया है।  मकान रहने लायक नहीं है।  उसमें भी बहुत सारे लोग निवास कर रहे हैं। जबकि मकान एकदम जर्जर स्थिति में है। कभी भी अनहोनी हो सकता है।  कुछ लोग अवैध कब्जा करके भी वहां निवास कर रहे हैं। किसी प्रकार की अनहोनी ना हो पहले से ही सबको हटा दिया जाए।

इस परिपेक्ष में आयुक्त ने जोन आयुक्त को सभी ऐसे मकान का सर्वे करके भिलाई स्टील प्लांट  को पत्र लिखने को निर्देशित किए हैं। पत्र के कॉपी से  जिला प्रशासन को भी  जानकारी दी जाएगी। कुछ ऐसे भी मकान मिले की नीचे से टूट गए हैं फिर भी लोग छत पर अवैध कब्जा करके रह रहे हैं । निगम के उप अभियंता  श्वेता महेश्वर एक हफ्ते के अंदर सभी जर्जर मकान का सर्वे करके निगम आयुक्त को  रिपोर्ट को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी । उसे परिपेक्ष में कार्रवाई की जाएगी। कुछ ऐसे भी मकान मिले जहां पर मजदूरों द्वारा बिना सुरक्षा का ध्यान दिए ईटा, खिड़की निकाला जा रहा था। जब उनसे पूछा गया कि किसके परमिशन से निकल रहे हो उसने बोला जैन साहब निकलवा रहे हैं। कुछ स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया यहां पर असामाजिक तत्वों का भी बसेरा रहता है। कुछ लोग बाहर से आकर भी निवास कर रहे हैं। इसका संज्ञान लेना बहुत जरूरी है।   भ्रमण के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जोन स्वास्थ्य अधिकारी के वी के सेमुल, प्रभारी सागर दुबे आदि उपस्थित थे।