अवैध वसूली मामले में वीरेंद्र सिंह तोमर की पत्नी गिरफ्तार

अवैध वसूली मामले में वीरेंद्र सिंह तोमर की पत्नी गिरफ्तार

रायपुर।  ऋणियों से अवैध वसूली और धमकाकर जमीन रजिस्ट्री कराने के गंभीर आरोपों से जुड़े मामले में पुलिस ने आरोपिया शुभ्रा सिंह उर्फ नेहा तोमर को गिरफ्तार कर लिया है। मामला रायपुर के थाना पुरानी बस्ती क्षेत्र का है। अपराध क्रमांक 230/2025 जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 308(2), 111(1) तथा छत्तीसगढ़ ऋणियों का संरक्षण अधिनियम की धारा 4 के तहत आरोप तय किए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर शुभ्रा सिंह उर्फ नेहा तोमर को 13 जून 2025 को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने गवाहों की मौजूदगी में पूछताछ कर पंचनामा तैयार किया और आरोप सिद्ध होते ही उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।

जानकारी के मुताबिक तेलीबांधा थाना क्षेत्र में दर्ज अपराध क्रमांक 332/2025 के तहत रोहित सिंह तोमर के खिलाफ पहले ही धारा 296, 115(2), 351(2), और 3(5) भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। आरोपी के फरार होने की सूचना पर जब पुलिस ने साईं विला, भाटागांव स्थित उसके निवास स्थान पर दबिश दी, तो वहां से वह फरार मिला। हालांकि पुलिस ने सर्च वारंट के तहत तलाशी के दौरान वहां से जमीन खरीदी-बिक्री से संबंधित दस्तावेज, कोरे स्टांप, हस्ताक्षरित और अपूर्ण चेक बरामद किए, जिन्हें जब्त कर थाना पुरानी बस्ती को अग्रिम जांच हेतु भेजा गया। पुलिस ने जांच की तो कई गवाहों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उनके अनुसार, रोहित सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह तोमर और उनके परिवार के अन्य सदस्य, जिनमें शुभ्रा सिंह उर्फ नेहा तोमर भी शामिल हैं। उधार देने के एवज में कोरे चेक और स्टांप पर जबरन हस्ताक्षर करवा कर उन्हें बतौर सुरक्षा अपने पास रखा। इसके बाद उनपर दबाव बनाकर, जान से मारने और जेल भेजने की धमकी देते हुए, मनमाने ब्याज के साथ मूल राशि की वसूली की जाती थी। गवाहों ने यह भी बताया कि आरोपियों ने धमकी देकर औने-पौने दामों पर उनकी जमीन रजिस्ट्री करवा ली थी। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपित समूह केवल पुरुष सदस्य ही नहीं, बल्कि परिवार की महिलाएं, विशेष रूप से शुभ्रा सिंह उर्फ नेहा तोमर, भी इस कर्ज वसूली के नेटवर्क में शामिल थीं। कई बार ब्याज की रकम को शुभ्रा सिंह के बैंक खाते में जमा कराया गया। इस तथ्य ने पुलिस को इस निष्कर्ष पर पहुंचाया कि वह केवल नाम मात्र की नहीं, बल्कि सक्रिय भागीदारी निभा रही थीं।