समरालु पूजन उत्सव में शामिल होने साउथ इंडियन वेशभूषा में देवी दर्शन के लिए रवाना हुए विधायक देवेंद्र यादव
आंध्र समाज के सम्मानितजनों के साथ समरालू में होंगे शामिल

भिलाई। आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के तटवर्ती गांव मेट्टूरु में श्री श्री श्री माता कोण्ड महांकाली माता का उत्साव मनाया जा रहा है। इन उत्सवों को यहां की प्रान्तीय भाषा में सम्बरालू कहा जाता है। सम्बरालू एक तरह से माता प्रकृति व ग्राम देवता व अन्य अदृश्य व अलौकिक शक्तियों को मानव जीवन को सुख समृद्धि आयु आरोग्य व फसलों की समृद्धि हेतु देवी देवता को प्रत्यक्ष रूप से कृतज्ञता दर्शाना है न जाने ये मान्यता विगत कितने शतकों से चली आ रही है परआज भी उतनी ही श्रद्धा भक्ति व वैभव के साथ मनाया जाता हैं। यह सम्बरालू प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार मनाया जाता है। पर मेट्टूरु में अपरिहार्य कारणों से और करोना काल की वजह से 9 वर्षों बाद मनाया जा रहा है ।
पूजा की तैयारी एक वर्ष पूर्व से ही की जाती है।
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार उनकी पारंपरिक साउथ इंडियन वेशभूषा को लेकर। वे सोमवार को आंध्र प्रदेश के समरालू कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पुरी-अहमदाबाद ट्रेन से रवाना हुए। खास बात यह रही कि इस यात्रा के दौरान वे पारंपरिक लूंगी और अंगवस्त्र में नजर आए। उनके साथ बड़ी संख्या में आंध्र समाज के लोग भी यात्रा पर निकले हैं। आपको बता दे की समरालू कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के मेट्टूरू गांव में हर तीन वर्ष में आयोजित किया जाता है, जहां देवी मां की पूजा भव्य रूप से होती है। भिलाई में जब स्टील प्लांट की स्थापना हुई थी, तब आंध्र प्रदेश के पलासा मंडल अंतर्गत श्रीकाकुलम जिले से बड़ी संख्या में लोग यहां नौकरी करने आए थे। इनमें से कुछ लोग सेवा-निवृत्ति के बाद अपने मूल स्थान लौट गए, लेकिन कई परिवार स्थायी रूप से भिलाई में ही बस गए। आंध्र समाज की सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने के लिए वे आज भी इस प्रकार के आयोजनों में बड़ी श्रद्धा से भाग लेते हैं।
कार्यक्रम में शामिल होना सौभाग्य की बात :- देवेंद्र यादव
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने बताया कि उन्हें आंध्र समाज द्वारा समरालू कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वे इस पवित्र आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं और देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि देवी पूजा के दौरान वे भिलाई सहित पूरे छत्तीसगढ़ की सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना करेंगे। देवेंद्र यादव की इस सांस्कृतिक सहभागिता ने न केवल आंध्र समाज को गौरवान्वित किया, बल्कि क्षेत्रीय एकता और सौहार्द का भी सुंदर संदेश दिया।