VIDEO भिलाई कैंप एरिया में सुबह-सुबह बड़ी कार्रवाई: शूटर करन साव के घर के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर



भिलाई। छावनी कैंप एरिया में बुधवार सुबह नगर निगम की टीम ने पुलिस बल की मौजूदगी में शूटर करन साव के घर बने अवैध निर्माण को हटाया. करन साव कुछ दिन पहले चर्चा में आया था, जब उसने कैंप टू मार्केट के पास फायरिंग की थी. घटना के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

इसी बीच निगम ने उसके घर पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित किया और सुबह टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने इलाके को घेरा, फिर निगम कर्मचारियों ने अवैध निर्माण तोड़ना शुरू किया. कार्रवाई के दौरान मोहल्लेवासी बड़ी संख्या में मौजूद थे। अधिकारियों का कहना है कि शहर में किसी भी तरह का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह कोई भी हो.

भिलाई गोलीकांड केस में पुलिस ने मास्टरमाइंड करण साव समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। करण साव ने विकास प्रजापति की सुपारी झारखंड के 3 शूटर्स को दी थी। करण के कहने पर शूटर ने फायरिंग की, लेकिन विकास को नहीं लगी। मामला जामुल थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, शूटर्स ने साजिश के तहत विकास को डेकोरेशन के लिए ऑर्डर देने के बहाने से बुलाया था। इसके बाद 3 नकाबपोश शूटर्स ने फायरिंग की थी। वहीं फायरिंग स्पॉट पर खाली खोखे मिले थे, जिसे पुलिस ने बरामद किया है। दरअसल, 22 जनवरी 2024 को गाड़ी टकराने के विवाद में 12वीं के छात्र शिवम साव (17) की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। शिवम साव करण साव का चचेरा भाई था। इस हत्या के मामले में विकास प्रजापति का चचेरा भाई राहुल प्रजापति अभी जेल में बंद है। शिवम की हत्या के बाद से करण साव गुस्से में था। खून का बदला खून से लेना चाहता था। शिवम की मौत का बदला लेने के लिए झारखंड के शूटर्स हायर किए। शूटर्स ने साजिश के तहत विकास प्रजापति को फोन किया और अंधेरे इलाके में बुलाया। इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग की।
वहीं पीड़ित विकास प्रजापति के भाई गंगाधर प्रजापति ने बताया कि वह लोग जामुल के कैंप-2 में रहते हैं। विकास पर पुरानी रंजिश में फायरिंग की गई है। करण ने खून का बदला खून से लेने के लिए गोली चलवाई है। करण अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता है। गंगाधर प्रजापति ने बताया कि सालभर पहले करण साव के नाबालिग भाई की मौत हो गई थी, उसी रंजिश में फायरिंग की गई है। इसके बाद नाबालिग के परिजनों ने धमकी दी थी कि हमारे घर का चिराग बुझा है तो तुम्हारे घर का भी एक चिराग बुझेगा। पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड करण साव ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि 14 नंवबर को उसने शूटर्स से फायरिंग कराई है। हालांकि अंधेरे की वजह से निशाना नहीं लगा। फायरिंग में विकास प्रजापति बच गया। उसके कान को छूकर गोली निकल गई। फायरिंग के बाद शूटर्स अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए थे। गिरफ्तार आरोपियों में छावनी निवासी करण साव (27), ऋषभ त्रिलोचन साव (21), संजय (58), संतोष (58), विनय कुमार साव (66)और सुमीत कुमार (21) शामिल हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने जेल भेज दिया है।

