13 करोड़ की लागत से तैयार होगा दुर्गा का आधुनिक नालंदा परिसर, डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य

दुर्ग। नालंदा परिसर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। 13 करोड़ की लागत से तैयार होगा आधुनिक नालंदा परिसर। इसे डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 500 छात्रों की क्षमता वाली लाइब्रेरी, ई-लाइब्रेरी और वाईफाई जोन की सुविधा होगी । महापौर अलका बाघमार और आयुक्त सुमित अग्रवाल ने निरीक्षण कर गुणवत्ता परख निर्माण के निर्देश दिए । 2027 तक युवाओं को अत्याधुनिक नालंदा परिसर का लाभ मिलेगा।
नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा शहर के युवाओं को शिक्षा और ज्ञान की आधुनिक सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से नालंदा परिसर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मालवीय चौक के पास, प्रयास गर्ल्स स्कूल और हॉस्टल के पीछे की जमीन पर यह भव्य परिसर तैयार किया जाएगा।आज महापौर श्रीमती अलका बाघमार और आयुक्त श्री सुमित अग्रवाल ने लोककर्म प्रभारी देव नारायण चंद्राकर, विद्युत विभाग प्रभारी ज्ञानेश्वर ताम्रकार, कार्यपालन अभियंता आर.के. जैन, उप अभियंता हरिशंकर साहू तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। महापौर व आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर चरण पर निगरानी रखी जाएगी और समयसीमा के भीतर कार्य पूरा कराया जाएगा। नालंदा परिसर का निर्माण दुर्ग के लिए ऐतिहासिक कदम साबित होगा। 13 करोड़ की लागत से बन रहा यह परिसर न केवल शहर बल्कि पूरे अंचल के छात्रों और शोधार्थियों को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। यहां उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाएं युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं, उच्च शिक्षा और शोध कार्यों में भी मददगार सिद्ध होंगी।
13 करोड़ की लागत, 2027 तक मिलेगा युवाओं को लाभ
नालंदा परिसर के निर्माण पर लगभग 13 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। राज्य शासन द्वारा इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है और फंड किस्तों में उपलब्ध कराया जाएगा। पहली किस्त के रूप में लगभग 2.50 करोड़ रुपये निगम को प्राप्त हो चुके हैं, जिसके बाद निर्माण कार्य की शुरुआत की गई।लक्ष्य है कि डेढ़ वर्ष के भीतर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए, ताकि वर्ष 2027 के अंतिम माह तक यह परिसर युवाओं को समर्पित किया जा सके।
परिसर की विशेषताएं
- यह परिसर दुर्ग ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए शिक्षा और ज्ञान का प्रमुख केंद्र बनेगा।
- परिसर में सीढ़ीदार लैंडस्केपिंग, हरियाली और छायादार बैठने की जगह विकसित की जाएगी।
- ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर पर 500 विद्यार्थियों की बैठक क्षमता वाली विशाल आधुनिक लाइब्रेरी होगी।
- लाइब्रेरी में मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन, आईटी, कानून, पत्रकारिता, संस्कृति, अनुसंधान, वाणिज्य और कला विषयों की पुस्तकें उपलब्ध होंगी।
- परिसर में ई-लाइब्रेरी, हाई-टेक कंप्यूटर सिस्टम और वाई-फाई जोन की सुविधा दी जाएगी।
- युवाओं के लिए यह जगह केवल पढ़ाई का केंद्र ही नहीं बल्कि आत्मविकास का भी केंद्र बनेगी।
युवाओं के भविष्य की दिशा
महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने निरीक्षण के दौरान कहा कि नालंदा परिसर का निर्माण दुर्ग शहर के युवाओं के लिए एक नई दिशा और अवसर लेकर आएगा। यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय पुस्तकालय और आधुनिक तकनीकी सुविधाएं मिलेंगी। हमारा प्रयास है कि समय-सीमा में परिसर तैयार हो और प्रदेश के अन्य हिस्सों से भी विद्यार्थी यहां आकर लाभान्वित हों। आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा कि निगम द्वारा इस परियोजना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कार्य की गुणवत्ता पर निरंतर निगरानी की जाएगी और समय-समय पर स्थल निरीक्षण कर प्रगति की समीक्षा की जाएगी। शासन से यदि समय पर फंड उपलब्ध होता रहा तो यह परिसर तय समय से भी पहले पूरा कर युवाओं को समर्पित किया जा सकता है।