नक्सल संगठन को बड़ा झटका: 45 साल से सक्रिय वरिष्ठ नक्सली दंपत्ति ने किया आत्मसमर्पण
तेलंगाना पुलिस के समक्ष 45 वर्षों से सक्रिय वरिष्ठ नक्सली माला संजीव और उसकी पत्नी दीना ने आत्मसमर्पण किया। नक्सली संगठन को बड़ा झटका, पुनर्वास योजना के तहत दी जाएगी सहायता।

जगदलपुर, 17 जुलाई 2025। नक्सल मोर्चे पर सुरक्षा बलों को एक ऐतिहासिक सफलता मिली है। तेलंगाना पुलिस के समक्ष वरिष्ठ नक्सली दंपत्ति माला संजीव उर्फ लेंगू दादा और उसकी पत्नी दीना ने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह समर्पण नक्सली संगठन के इतिहास में एक बड़ी घटना मानी जा रही है, क्योंकि यह पहली बार है जब दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी जैसे उच्च स्तरीय इकाई से जुड़े वरिष्ठ सदस्य दंपत्ति ने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है।
माला संजीव उर्फ लेंगू दादा बीते 45 वर्षों से नक्सली संगठन का हिस्सा रहा है। वह न केवल संगठन की चेतना नाट्य मंडली (Cultural Wing) का अहम चेहरा था, बल्कि रणनीतिक निर्णयों में भी सक्रिय भूमिका निभाता था। गांव-गांव में जाकर संगठन की विचारधारा का प्रचार करने के साथ, उसने छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र के जंगलों में लंबे समय तक नक्सली गतिविधियां चलाईं। उसकी पत्नी दीना भी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की सक्रिय सदस्य रही हैं और लंबे समय तक भूमिगत जीवन में संगठन को समर्थन देती रहीं।
तेलंगाना पुलिस के अनुसार, यह आत्मसमर्पण नक्सली संगठन के भीतर चल रही विचारधारात्मक असहमति, आंतरिक खींचतान और सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव का परिणाम है। राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत दंपत्ति को आवश्यक सहायता और पुनर्वास लाभ दिए जाएंगे। विशेषज्ञों और सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह समर्पण न केवल नक्सली नेटवर्क को कमजोर करेगा, बल्कि अन्य सक्रिय उग्रवादियों के लिए भी एक संदेश बनेगा, जिससे आत्मसमर्पण की प्रवृत्ति को बल मिलेगा।