IDFC फर्स्ट बैंक में करोड़ों की हेराफेरी, ब्रांच मैनेजर सहित 6 कर्मचारियों पर FIR दर्ज

बिना अस्तित्व वाली ज़मीन को गिरवी रखकर और फिर फर्जी इश्तेहारों के ज़रिए उसकी नीलामी कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की

IDFC फर्स्ट बैंक में करोड़ों की हेराफेरी, ब्रांच मैनेजर सहित 6 कर्मचारियों पर FIR दर्ज

रायपुर। IDFC फर्स्ट बैंक में करोड़ों की हेराफेरी मामले में पुलिस ने ब्रांच मैनेजर सहित 6 कर्मचारियों पर FIR दर्ज की है।उल्लेखनीय है कि आरोपियों की जमानत याचिका दो बार अदालत द्वारा खारिज की जा चुकी है। प्रशासन अब मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तलाश में जुटा है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर में स्थित IDFC फर्स्ट बैंक की राजबंध मैदान शाखा में एक बड़े ज़मीन घोटाले का खुलासा हुआ है। बैंक अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बिना अस्तित्व वाली ज़मीन को गिरवी रखकर और फिर फर्जी इश्तेहारों के ज़रिए उसकी नीलामी कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है। इस घोटाले का मास्टरमाइंड हेमंत नाग बताया जा रहा है, जिसने बैंक के ब्रांच मैनेजर, चेन्नई स्थित लोन रिकवरी ऑफिसर और खुद बैंक के CEO के साथ मिलकर एक सुनियोजित षड्यंत्र को अंजाम दिया। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों और अख़बार में निकाले गए फर्जी विज्ञापनों के ज़रिए ज़मीन बेच दी।जो वास्तव में अस्तित्व में ही नहीं थी।

इस मामले में डीडी नगर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं।