पीलिया से नहीं, लीवर में सुजन से हुई थी मरीज की मौत

पीलिया से नहीं, लीवर में सुजन से हुई थी मरीज की मौत

दुर्ग। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग के निर्देशानुसार डॉ. सी.बी.एस. बंजारे, जिला सर्वेलेंस अधिकारी, आई.डी.एस.पी. तथा श्रीमती रितीका सोनवानी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट दुर्ग द्वारा शांतिपारा, बैकुण्ठधाम का निरीक्षण किया गया। 3 अगस्त 2025 को ए.एन.एम. एवं मितानिन को पीलिया से मृत्यु की जानकारी प्राप्त होने पर आज 04 अगस्त 2025 को ए.एन.एम, मितानिन एवं पर्यवेक्षक के द्वारा सर्वे का कार्य किया गया।

सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी से मिली जानकारी अनुसार सर्वे के दौरान मृतक के परिजनों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 23 जुलाई 2025 को मरीज को पेट में दर्द होने पर शारदापारा में स्थानीय चिकित्सक से ईलाज करवाया गया। डॉक्टर के द्वारा पेट दर्द एवं गैस की दवाई दी गयी। मरीज को पुनः पेट दर्द होने पर पीलिया की जाँच हेतु पैथालौजी लेब भेजा गया। मरीज शराब के सेवन का आदी था। मरीज का पेट फुलने पर 29 जुलाई 2025 को सीएम मेडिकल कॉलेज कचांदूर जांच हेतु ले जाया गया। जहां से मरीज को मेकाहारा अस्पताल रायपुर रिफर किया गया। 29 जुलाई 2025 को शाम 8 बजे मेकाहारा अस्पताल से मरीज के घरवालों के द्वारा बालाजी हॉस्पिटल रायपुर मोवा ले जाया गया। लीवर में सुजन होना एवं शरीर के अन्दरूनी अंगों में सुजन होना बताया गया। चिकित्सक के द्वारा जानकारी दी गई कि मरीज के पेट का तत्काल ऑपरेशन करना पड़ेगा। 03 अगस्त 2025 को चिकित्सक के द्वारा मरीज को वेन्टीलेटर में रखने की जानकारी परिवारवालों को दी गई। प्रातः 9 बजे मरीज की मृत्यु श्री बालाजी हॉस्पिटल रायपुर में हुई। अस्पताल के डेथ रिपोर्ट अनुसार मरीज के मृत्यु का कारण "Sepsis with septic Shock with Chronic liver disease with gall bladder perforation" दिया गया। अतएव उक्त मृतक का पीलिया से मृत्यु नहीं हुआ है।