कर्मचारियों को दीपावली से पहले मिला खुशियों का तोहफा, एक करोड़ 15 लाख 86 हजार 780 रुपए की राशि से होंगे कर्मचारियों के सपने साकार

कर्मचारियों को दीपावली से पहले मिला खुशियों का तोहफा, एक करोड़ 15 लाख 86 हजार 780 रुपए की राशि से होंगे कर्मचारियों के सपने साकार

दुर्ग। नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा दीपावली पर्व से पहले कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी गई है। महापौर श्रीमती अलका बाघमार एवं वित्त विभाग प्रभारी नरेंद्र बंजारे की पहल पर 56 कर्मचारियों को एक साथ एकमुश्त उपादान राशि प्रदान की जाएगी। इस वितरण कार्यक्रम का आयोजन 7 अक्टूबर को मोतीलाल सभागार में 3 बजे किया जाएगा। इस अवसर पर कुल 1.1586780 रुपए,एक करोड़ 15 लाख 86 हजार 780 रुपए की राशि जीवित एवं मृत्यु दोनों श्रेणी के कर्मचारियों को दी जाएगी।

महापौर अलका बाघमार ने बताया कि यह उपलब्धि कैबिनेट मंत्री गजेन्द्र यादव, सभापति श्याम शर्मा के मार्गदर्शन और आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देशन में संभव हुई है। वित्त विभाग प्रभारी नरेंद्र बंजारे ने इस दिशा में पिछले तीन महीनों से लगातार विभागीय बैठकों का संचालन किया। उन्होंने लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को पूर्ण करवाया, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारियों को अब उनका हक और मेहनत की पूंजी मिलने जा रही है। उपादान राशि के वितरण की घोषणा के बाद निगम परिसर में हर्ष का माहौल देखने को मिला। कर्मचारियों ने बताया कि यह राशि उनके लिए केवल आर्थिक सहयोग नहीं बल्कि वर्षों की सेवा का सम्मान है। दीपावली से ठीक पहले मिली यह खुशी उनके परिवार के चेहरों पर मुस्कान लाएगी।कई कर्मचारियों ने महापौर, आयुक्त और वित्त प्रभारी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे निगम कर्मियों का मनोबल और विश्वास दोनों बढ़ा है।

महापौर अलका बाघमार और वित्त विभाग प्रभारी नरेंद्र बंजारे ने कहा कि निगम के कर्मचारी प्रशासन की रीढ़ हैं। उनके बिना नगर निगम का कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता। इसलिए कर्मचारियों के हितों की रक्षा और उनके हक का सम्मान करना निगम प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
महापौर ने कहा कि आने वाले समय में भी निगम द्वारा कर्मचारी-हितैषी निर्णय लगातार लिए जाएंगे, जिससे सभी वर्गों को समान लाभ मिल सके।वित्त विभाग प्रभारी नरेंद्र बंजारे ने बताया कि शेष बचे कर्मचारीयो का उपादान राशि जल्द आगामी दिनों किया जाएगा। आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन हमेशा पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहा है। उपादान राशि वितरण जैसे निर्णय न केवल आर्थिक राहत देते हैं, बल्कि कर्मचारियों में संगठन के प्रति अपनापन और विश्वास भी बढ़ाते हैं।उन्होंने कहा कि “खुशहाल कर्मचारी ही मजबूत निगम की पहचान हैं”, इसलिए इस दिशा में प्रयास लगातार जारी रहेंगे।