पॉश कॉलोनी में फर्जी दूतावास का खुलासा, डायरी से उजागर हुए सफेदपोश और विदेश कनेक्शन

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की कविनगर की पॉश कॉलोनी में फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन के खिलाफ बड़ा खुलासा हुआ है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और कविनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी के पास से मिली डायरी ने उसके अपराधों की परतें खोल दी हैं। कोठी संख्या KB-45 से मिली डायरी में दो दर्जन से अधिक स्थानीय लोगों, जिनमें सफेदपोश और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति शामिल हैं, के नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं। डायरी में विदेशी नागरिकों के नाम, देश, नंबर और पते, साथ ही बैंक खातों, लेन-देन, विदेशी कंपनियों और नकदी ट्रांजेक्शनों का पूरा लेखा-जोखा लिखा गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हर्षवर्धन के विदेशी नेटवर्क और फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धोखाधड़ी करने के सबूत मिले हैं। डायरी में यह भी दर्ज है कि किस देश से कितनी राशि उसके बैंक खाते में ट्रांसफर हुई, और किस व्यक्ति ने भेजी। हर्षवर्धन की पत्नी डिंपल जैन, जो दिल्ली के चांदनी चौक में चांदी और ज्वेलरी का कारोबार करती हैं, उनके खाते से कोठी मालिक सुशील अनूप सिंह को 80,000 रुपये प्रतिमाह किराया दिए जाने का उल्लेख भी डायरी में दर्ज है। यह 1000 गज की कोठी हर्षवर्धन ने करीब 5 माह पूर्व किराये पर ली थी, जिसके एग्रीमेंट में एक शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति और उसके साले के हस्ताक्षर भी हैं।
पुलिस ने मौके से हर्षवर्धन की नेम प्लेट, विदेशी झंडे, फर्जी दस्तावेज, राजनयिक नंबर प्लेट, नकली मोहरें, और 44,700 रुपये की नकदी जब्त की है, जिन्हें कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया जाएगा। एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा ने बताया कि हर्षवर्धन को जल्द ही पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि उससे फर्जी दस्तावेज, कंपनियों, खातों, और पूरे नेटवर्क से जुड़ी विस्तृत पूछताछ की जा सके। जांच अधिकारी कप्तान सिंह शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में रिमांड के लिए अर्जी लगाएंगे। यह मामला अब न सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि विदेशी संपर्कों और अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी की दिशा में भी बढ़ सकता है।