दुर्ग रेंज पुलिस की नई पहल अनुभव, जनता की राय से तय होगा पुलिसिंग का स्तर, QR कोड के जरिए मिलेगा मौका

भिलाई। पुलिस सेवाओं को और पारदर्शी, संवेदनशील और जवाबदेह बनाने की दिशा में दुर्ग रेंज पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है जिसका नाम है ‘अनुभव’। इस योजना के तहत अब दुर्ग रेंज के हर थाना और चौकी में आने वाले नागरिक QR कोड स्कैन कर अपने अनुभव और सुझाव ऑनलाइन साझा कर सकेंगे। शनिवार को पुलिस कार्यालय बालोद के सभागार कक्ष में इस व्यवस्था का औपचारिक शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने QR कोड लॉन्च किया।

‘अनुभव’ पहल का उद्देश्य है पुलिस और जनता के बीच विश्वास, संवाद और पारदर्शिता को मजबूत करना। पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग ने कहा, “जनता के अनुभव ही हमारी पुलिसिंग का वास्तविक आईना हैं। इस पहल से हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि जनता हमारी सेवाओं से कितनी संतुष्ट है और किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे बिना किसी झिझक के अपना constructive feedback दें, ताकि पुलिसिंग को और बेहतर बनाया जा सके। हर थाना और चौकी में एक विशेष QR कोड लगाया जाएगा। इसे स्कैन करने पर एक सरल ऑनलाइन फॉर्म खुलेगा, जिसमें नागरिक अपने अनुभव और सुझाव दर्ज कर सकेंगे। नाम और मोबाइल नंबर देना पूरी तरह वैकल्पिक है, ताकि लोग गोपनीय रूप से अपनी राय दे सकें। सभी फीडबैक सुरक्षित रखे जाएंगे और पहचान गुप्त रखी जाएगी।

QR कोड डिजाइन किया बालोद एसपी ने ‘अनुभव’ पहल सरगुजा रेंज पुलिस से प्रेरित है, जहां यह व्यवस्था पहले से सफलतापूर्वक लागू है। अब दुर्ग रेंज में इसे और प्रभावी रूप देने के लिए सभी थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बालोद पुलिस अधीक्षक श्री योगेश पटेल ने इस QR कोड को डिजाइन किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम जनता की भागीदारी से पुलिस सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल है। इस मौके पर सीएसपी डॉ. चित्रा वर्मा, सीएसपी बोनीफास एक्का, डीएसपी माया शर्मा, विभिन्न थाना व चौकी प्रभारी, तथा आईजी कार्यालय से उप निरीक्षक डॉ. संकल्प राय, आरक्षक अभिषेक यादव और प्रशांत कुमार शुक्ला मौजूद थे।
‘अनुभव’ पहल की खास बातें
- हर थाना/चौकी में लगाया गया QR कोड
- ऑनलाइन फीडबैक फॉर्म से नागरिक साझा कर सकेंगे अनुभव
- नाम और मोबाइल नंबर वैकल्पिक
- फीडबैक रहेगा गोपनीय और सुरक्षित
- उद्देश्य: पारदर्शी और संवेदनशील पुलिसिंग

