बारिश से बिगड़े हालात, महापौर परिषद की आपात बैठक में लिए गए अहम निर्णय

महापौर नीरज पाल की अध्यक्षता में महापौर परिषद ने जलभराव से निपटने के उपायों पर किया मंथन

बारिश से बिगड़े हालात, महापौर परिषद की आपात बैठक में लिए गए अहम निर्णय

भिलाई। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण शहर में जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसी गंभीर समस्या के समाधान हेतु नगर पालिक निगम भिलाई की महापौर परिषद की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता महापौर नीरज पाल ने की, जबकि नगर निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में नगर के कई हिस्सों में बने जलभराव के हालात, नालों की सफाई, ड्रेनेज सिस्टम की क्षमता, और आपातकालीन स्थिति में त्वरित राहत उपायों पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया।

महापौर नीरज पाल ने कहा कि  नाला के आस-पास अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही किया जाए, जिससे क्षेत्र में हो रहे जलभराव को नियंत्रित किया जा सके। जिस क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनती है, ऐसे क्षेत्र को चिन्हांकित कर जोन आयुक्त एवं स्वास्थ्य अधिकारी का जिम्मेदारी तय की जाए। नाला एवं जलकुंभी सफाई हेतु जिला एवं निगम प्रशासन के पत्राचार के बावजूद भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा कभी गंभीरता नहीं दिखाई जाती है। सेक्टर क्षेत्र स्थित नाला में जलकुंभी एवं अन्य ठोस अपशिष्टों का बीएसपी द्वारा उचित रूप से सफाई नहीं कराया जाता है, जिसके कारण विकराल समस्या निर्मित हुई है। सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं महापौर परिषद के सदस्यों का एक ही मत रहा कि नाला के आस-पास अवैध एवं अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए, जिससे आने वाले समय में इस तरह की भयावह स्थिति निर्मित न हो। नगर निगम भिलाई के स्वच्छता टीम को कड़ी मेहनत की जरूरत के साथ भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाओं के कार्य प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है।

महापौर परिषद के सदस्य संदीप निरंकारी एवं आदित्य सिंह का कहना था कि रिटर्निग वाल निर्माण हेतु 17 करोड़ के कार्यो का विशेष मानिटरिंग कराते हुए कार्य कराया जाए। एजेंसी के कार्य में विलम्ब एवं कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए। उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह नाराजगी व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार हेतु कहे। साथ ही सुबह से निगम क्षेत्र के बड़े एवं छोटे नालों का भ्रमण करने की आवश्यकता बताते हुए विशेष मानिटनिग के लिए सलाह दिए। आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि कोसा नाला स्थित 17 करोड़ लागत से निर्माणाधीन रिटर्निग वाल के कार्यो हेतु संबंधित एजेंसी के उपर कार्यवाही किये जाने हेतु सदस्यों को आश्वस्त किए। एजेंसी के लापरवाही के कारण आज तक रिटर्निग वाल का निर्माण नहीं हो पाया है। जोन 01 के कार्यपालन अभियंता अखिलेश चंद्राकर के दिए जानकारी अनुसार इस कार्य में एजेंसी को 2 बार समयवृद्वि दिया जा चुका है। निगम के कार्यो के दुरूस्तिकरण हेतु शासन से स्वीकृति अनुसार 5 जे.सी.बी क्रय करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दिए। बैठक में सीजू एन्थोनी, लक्ष्मीपति राजू, संदीप निरंकारी, केशव चैबे, आदित्य सिंह, एकांश बंछोर, चंद्रशेखर गंवई, नेहा साहू, मालती ठाकुर, उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह, सांसद प्रतिनिधि प्रमोद सिंह, विधायक प्रतिनिधि राजेन्द्र अरोरा, धर्मेन्द्र यादव, उपायुक्त सह सचिव नरेन्द्र बंजारे, जोन आयुक्त येशा लहरे, अमरनाथ दुबे, कुलदीप गुप्ता, कार्यपालन अभियंता सुनील जैन, अखिलेश चंद्राकर, लेखाधिकारी चंद्रभूषण साहू, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली सहित जोन स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।