देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में स्वच्छता दीदीयों के साथ परिचर्चा, स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया

भिलाईनगर। देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती 21 मई से 31 मई तक आयोजित किए जाने का शासन से निर्देश प्राप्त हुआ है। अहिल्या बाई होलकर के जीवन गाथा के बारे में जन जागरूकता लाने के लिए स्वच्छता दीदीयों के बीच में परिचर्चा आयोजित की गई। आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने परिचर्चा के दौरान उनसे पूछा की आप लोग देवी अहिल्या बाई होलकर के बारे में क्या जानते हो। सुनकर सब सांत रहे, कोई कुछ नहीं बोल पाया। तब आयुक्त ने बताया कि देवी अहिल्या बाई होलकर सामान्य परिवार में जन्म लेकर होलकर साम्राज्य की महारानी बनी। उन्होने अपने शासनकाल में बहुत से सुधार किए। जिसमें प्रमुख रूप से बालिकाओं को शिक्षा का अधिकार, नगर का औद्योगिकरण, महिलाओं में सुरक्षा का अधिकार, राष्ट्रहित एवं धर्म संबंधी जन जागरूकता उनके द्वारा विकसित किया गया था। विशम परिस्थितियों में भी अपने राज्य के कार्य को संभालते हुए एक अच्छी महिला प्रशासक के रूप में उनका नाम इतिहास में सम्मान पूर्वक लिया जाता है। स्वच्छता दीदी नुशरत बानो ने बताया कि देवी अहिल्या बाई होलकर के जीवनी के बारे में हम लोगो को कोई जानकारी नहीं थी। अच्छा हुआ आज हम सब को यह सीख मिली कि एक महिला अपने लगन एवं परिश्रम से सब कुछ कर सकती है।
इस अवसर पर सभी स्वच्छता दीदीयों का स्वास्थ्य परीक्षण मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से बैकुण्ठधाम में आयोजित किया गया। जिसमें उनका बीपी, सुगर, अस्थमा, खून जाॅच, सर्दी, खाॅसी, घुटना दर्द आदि का ईलाज करवाया गया, साथ में 115 स्वच्छता दीदीयों के जाॅच के बाद दवा वितरित किया गया। वहां कार्यरत डाॅक्टर रिचा शर्मा ने स्वच्छता दीदीयों को समझाया कि 41 प्रकार के खून का जाॅच होता है। इसी जाॅच को बाहर क्लीनिक में कराने पर 3 से 4 हजार रूपये खर्चा आ जाता है। जबकि यहां पर शासन द्वारा यह सुविधा निःशुल्क प्रदान की जाती है। सुबह जाॅच के बाद दोपहर 2 बजे तक रिपोर्ट मोबाईल में आ जाता है। उसके साथ ही आवश्यक रूप से सभी प्रकार की दवाईयाॅ भी निःशुल्क दी जाती है। यह शिविर वार्ड अनुसार चयनित स्थल पर लगाया जाता है। जिससे लोग आकर लाभ ले सकें।
परिचर्चा के दौरान जोन अध्यक्ष जालंधर सिंह, जनसम्पर्क अधिकारी अजय शुक्ला, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, सहायक अभियंता नितेश मेश्राम, उपअभियंता शंकर सुमन मरकाम, सहायक राजस्व अधिकारी बसंत देवांगन, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी बीरेन्द्र बंजारे ने भी अपने विचार रखे।