महिला आरक्षक के साथ दुष्कर्म और आर्थिक शोषण, FIR दर्ज होने के 17 दिन बाद भी आरोपी डिप्टी कलेक्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर

महिला आरक्षक के साथ दुष्कर्म और आर्थिक शोषण, FIR दर्ज होने के 17 दिन बाद भी आरोपी डिप्टी कलेक्टर पुलिस की गिरफ्त से बाहर

बालोद। महिला आरक्षक से दुष्कर्म और आर्थिक शोषण का मामला और गंभीर हो गया है। पीड़िता ने बीजापुर के डिप्टी कलेक्टर दिलीप उइके को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। उसने मुख्य सचिव और बीजापुर कलेक्टर को लिखे पत्र में एफआईआर की कॉपी भी संलग्न की है और आरोप लगाया है कि कार्रवाई में जानबूझकर देरी हो रही है।

मामला बालोद जिले के डौंडी थाना क्षेत्र से जुड़ा है। महिला आरक्षक ने आरोप लगाया है कि डिप्टी कलेक्टर ने शादी का झांसा देकर 8 साल तक शारीरिक शोषण किया, आर्थिक नुकसान पहुँचाया और 3 बार गर्भपात भी कराया। पीड़िता ने बैंक स्टेटमेंट समेत कई साक्ष्य पुलिस को दिए हैं। डौंडी थाने में आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 69 के तहत अपराध दर्ज हुआ है, लेकिन एफआईआर के 17 दिन बाद भी आरोपी फरार है। पीड़िता का आरोप है कि गिरफ्तारी टालने के लिए पुलिस दबाव में है।

जानकारी के अनुसार, एफआईआर दर्ज होने के बाद डिप्टी कलेक्टर ने बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी ली और फरार हो गया। पीड़िता का कहना है कि सिविल सेवा आचरण नियमों के तहत आरोपी को प्रशासनिक सेवा में बने रहने का हक नहीं है, इसलिए उसे तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए। बालोद एसपी योगेश पटेल ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है और लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश जारी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कोताही नहीं होगी।